अमेरिका खत्म करेगा भारत के लिए टैरिफ फ्री सुविधा , भारत के छोटे कारोबारियों को पहुँचेगा भारी नुक्सान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से जारी ट्रेड वॉर से अब भारत के छोटे कारोबारियों पर भी असर पड़ने की आशंका मंडराने लगी है. दरअसल डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वह भारत के साथ व्यापार में 5.6 बिलियन यूएस डॉलर के निर्यात पर टैरिफ फ्री सुविधा खत्म करना चाहते हैं. अमेरिका, भारत को ड्यूटी फ्री एक्सेस पॉलिसी से बाहर करने की तैयारी कर रही है. ऐसा करने पर छोटे कारोबारियों द्वारा बनाए जाने वाले करीब 2000 इंडियन प्रोडक्ट्स को बड़ा नुकसान हो सकता है.

ट्रंप ने दलील दी कि भारत, अमेरिका को यह आश्वासन देने में विफल रहा है कि वह विभिन्न क्षेत्रों में अपने बाजारों को न्यायसंगत एवं उचित पहुंच प्रदान करेगा. अमेरिकी प्रतिनिधिसभा की स्पीकर नैन्सी पैलोसी को लिखे एक पत्र में ट्रंप ने कहा कि भारत ने अमेरिका को ‘आश्वस्त नहीं किया’ कि वह भारत के बाजारों में ‘न्यायसंगत एवं उचित पहुंच प्रदान करेगा’ ट्रंप ने पत्र में कहा, ‘मैं यह आकलन करना जारी रखूंगा कि भारत सरकार ‘जीएसपी’ पात्रता मानदंड के अनुसार, अपने बाजारों में समान एवं उचित पहुंच प्रदान करती है या नहीं’ पत्र की एक प्रति मीडिया को भी जारी की गई है.

आपको बता दें कि 1970 में अमेरिका ने भारत को इस पॉलिसी में शामिल किया था. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस फैसले से ज्वैलर्स को सबसे ज्यादा नुकसान होगा. भारत अमेरिका को 39,897 करोड़ रुपये (560 करोड़ डॉलर) का निर्यात जीरो टैरिफ पर करता है. अगर भारत इस स्कीम से बाहर होता है तो यह अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की बड़े इकोनॉमी वाले देशों के साथ घाटे को पाटने के लिए सबसे बड़ी कार्रवाई होगी.

मतलब साफ है कि अमेरिका, भारत से यूएस ट्रेड कन्सेशन वापस ले सकता है, जिसके तहत भारत के 5.6 अरब डॉलर (40 हजार करोड़ रुपए) के एक्सपोर्ट पर अमेरिका में कोई टैक्स नहीं लगता है. अगर ऐसा होता है तो भारत से एक्सपोर्ट होने वाले आइटम्स पर अमेरिका मोटा टैक्स वसूलेगा.

भारत और अमेरिका के बीच 2017 में करीब 8,97,619 करोड़ रुपये (12,600 करोड़ डॉलर) का व्यापार हुआ था. भारत-US ट्रेड विवाद पर भारत के ट्रेड सचिव का कहना है कि अमेरिका ने भारत को 60 दिनों का नोटिस दिया है. US ने GSP से बाहर करने का नोटिस भेजा है

 

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